खबरों के मुताबिक एक लेटर पर यह आदेश जारी किया गया है। इस लेटर पर गांव के सरपंच के हस्ताक्षर के साथ-साथ मुहर भी लगी हुई है। हालांकि स्थानीय प्रशासन ऐसे किसी भी आदेश को फर्जी बताया है। खबरों के अनुसार यह आदेश बनासकांठा के पास वाघासन गांव में 30 जून को जारी किया गया। खबरों के अनुसार जिले के बड़े अधिकारियों को जैसे ही इस आदेश के बारे पता लगा तो उन्होंने इनकी जांच करवाई।
न्यूज चैनल को अधिकारियों ने कहा कि पंचायत के जिस लेटर पैड पर लिखे गए फरमान पर जिस व्यक्ति के हस्ताक्षर हैं, उसे ऐसा करने का अधिकार नहीं है। पंचायत का कार्य केवल गांव की देखरेख और व्यवस्था बनाए रखना है।