नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि जल्द ही पूरे असम से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफस्पा) को हटा लिया जाएगा। बेहतर कानून-व्यवस्था और उग्रवादी संगठनों के साथ शांति समझौते के कारण पहले ही राज्य से इसे आंशिक रूप से हटा दिया गया है।
सुरक्षा स्थितियों में सुधार के मद्देनजर केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों में आफस्पा के तहत आने वाले अशांत क्षेत्रों को धीरे-धीरे घटाना शुरू किया है। केंद्रीय गृह मंत्री असम के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
असम पुलिस को मंगलवार को प्रेसीडेंट्स कलर से सम्मानित करने के बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के प्रयासों के कारण अधिकतर उग्रवादी संगठनों ने शांति समझौता किया है और वह दिन भी अब दूर नहीं जब पूरा राज्य उग्रवाद और हिंसा से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम को 23 जिलों से पूरी तरह और एक जिले से आंशिक रूप से हटा दिया गया है। मुझे विश्वास है कि पूरे राज्य से इसे जल्द ही हटा दिया जाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि जो लोग आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट आए हैं, उनके पुनर्वास के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें काम कर रही हैं।
.@narendramodi ডাঙৰীয়াৰ শান্তিপূৰ্ণ আৰু সমৃদ্ধ অসমৰ সংকল্পত @assampolice য়ে গুৰুত্বপূৰ্ণ অৱদান আগবঢ়াইছে, যি সমগ্ৰ দেশে প্ৰত্যক্ষ কৰিছে।
— Amit Shah (@AmitShah) May 10, 2022
মই নিশ্চিত যে অসম আৰক্ষীয়ে নিষ্ঠাৰে ৰাজ্যৰ নিৰাপত্তা আৰু জনতাৰ সেৱা অব্যাহত ৰাখিব। অসম আৰক্ষীৰ সকলো সদস্যক আন্তৰিক অভিনন্দন জ্ঞাপন কৰিছোঁ। pic.twitter.com/yazwX12OPT
ध्वज पर असम के नक्शे, यहां के जिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 36 सितारे, एक सींग वाले गैंडे और असम पुलिस की आदर्श पंक्ति तथा प्रतीक चिन्ह अंकित है। असम देश का 10वां राज्य है, जिसे प्रेसीडेंट्स कलर से सम्मानित किया गया है। शांति और युद्ध के दौरान राष्ट्र की अनुकरणीय सेवा के लिए किसी भी सैन्य या पुलिस इकाई को दिया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान है।