भोपाल। मध्यप्रदेश में मामा के नाम से मशूहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज राजधानी भोपाल की सड़कों पर एक अलग ही अंदाज में दिखाई दिए। आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए खिलौने और अन्य जरूरत का सामान इक्ट्टा करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के आशोक गार्डन इलाके में हाथ ठेला लेकर निकले। इस दौरान स्थानीय रहवासियों के साथ विभिन्न सामाजिक संगठन के लोगों बड़ी तदाद में खिलौने मुख्यमंत्री को दिए।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ही नहीं जनता की भी समाज के प्रति जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यह उनका मिशन है लोगों को जोड़ने का। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने की जिम्मेदारी पूरे समाज की है और इसको जनभागीदारी से पूरा करेंगे। लोगों में बच्चों के प्रति अवयरनेस लाने के लिए यह एक प्रयास है।
इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ही नहीं जनता की भी समाज के प्रति जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यह उनका मिशन है लोगों को जोड़ने का। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने की जिम्मेदारी पूरे समाज की है और इसको जनभागीदारी से पूरा करेंगे। लोगों में बच्चों के प्रति अवयरनेस लाने के लिए यह एक प्रयास है।
फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने की तारीफ-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आंगनवाड़ियों के लिए खिलौने एकत्र करने की पहल का बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने तारीफ की है। अक्षय कुमार ने ट्वीट कर कहा कि सर शिवराज सिंह चौहान सर मुझे बहुत खुशी होगी कि अगर मैं किसी तरह आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए कुछ कर सकूं।
अभियान को मिला जन समर्थन- वहीं मशूहर कवि कुमार विश्वास ने अभियान की तारीफ करते हुए लिखा कि.@ChouhanShivraj सर मुझे बहुत ख़ुशी होगी अगर मैं किसी तरह आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए कुछ कर सकूँ। Its a wonderful cause and I wish more power to you. https://t.co/khBc64VNVY
— Akshay Kumar (@akshaykumar) May 24, 2022
जन-भावनाओं को सामाजिक-सरोकारों से जोड़ने का यह एक वरेण्य व उत्तम प्रयास है। शिवराज सिंह चौहान जी । इन प्यारे नौनिहालों के लिए कुछ स्वरचित बाल-साहित्य व अन्य ज़रूरी पुस्तकें भेज रहा हूँ। मेधावी मध्यप्रदेश के इन नन्हें नौनिहालों को आकाश भर आशीर्वाद। इसके साथ नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य सरकार के साथ-साथ हमारी साझा जिम्मेदारी है। ये हमारे बच्चे हैं। यह जरूरी है कि सामाजिक संस्थाएं, धर्मगुरु, कारपोरेट जगत, सरकार व नागरिक इनका बचपन बचाने के लिए आगे आएं।