हिंदी
हिंदी
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
English
बुधवार, 6 जुलाई 2022
राष्ट्रपति चुनाव
समाचार
मुख्य ख़बरें
मध्यप्रदेश
काम की बात
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
ऑटो मोबाइल
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
क्रिकेट
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
आलेख
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
मनोरंजन
कोरोना वायरस
एक्सप्लेनर
काम की बात
धर्म संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
ज्योतिष 2022
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
×
SEARCH
मुख्य ख़बरें
मध्यप्रदेश
काम की बात
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
ऑटो मोबाइल
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
क्रिकेट
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
आलेख
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
मनोरंजन
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
ज्योतिष 2022
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
आगे पढ़ें
लाइफ स्टाइल
साहित्य
काव्य-संसार
केसरिया चाँदनी में
केसरिया चाँदनी में
स्मृति आदित्य|
हमें फॉलो करें
ND
शरद की श्वेत रात्रि में
प्रश्नाकुल मन
बहुत उदास
कहता है मुझसे
उठो ना
चाँद से बाते करों,
और मैं बहने लगती हूँ
नीले आकाश की
केसरिया चाँदनी में,
तब तुम बहुत याद आते हो
अपनी मीठी आँखों से
शरद-गीत गाते हो...!
सम्बंधित जानकारी
शरद चाँदनी की छाँव तले
चाँद बेवफा नहीं होता
पुतले नहीं 'असली' रावण जलाइए
उजला उमंग भरा प्यार
दिल की कोमल धरा पर
और भी पढ़ें :
स्मृति जोशी
फाल्गुनी
फाल्गुनी की कविताएँ
वेबदुनिया
साहित्य
काव्य संसार