दिवाली पर्व का इंतजार हम सबको होता है। धूम धड़ाका मिठाई, मस्ती के बीच हम भूल जाते हैं कि पर्व की खुशियां हमें कितनी बीमारी की सौगात देकर जा रही है। बदलते दौर की जरूरत है कि अब अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए दिवाली ऐसी मनाई जाए जो हमारे लिए सुरक्षित भी हो और सुंदर भी।
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दिवाली पर होने वाला प्रदूषण सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। हवा में बारूद का जहर घुलता है। ऊंची आवाज वाले पटाखों से कान के पर्दों पर बुरा असर पड़ता है। मिट्टी भी प्रदूषित होती है। पटाखों का कचरा मिट्टी की ऊर्वरा शक्ति को कम करता है।
पटाखों से होने वाली बीमारियां
सुनने की शक्ति कम होना
उच्च रक्तचाप,
अस्थमा
अनिद्रा
सिरदर्द
चिड़चिड़ाहट
त्वचा की बीमारियां
एलर्जी
आंखों की बीमारियां
जल्दी थकान
सांस की गंभीर बीमारी
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