राजा बहुत खुश हुए… उन्होंने कहा, 'वास्तव में आपने अद्भुत चीज लाई है। आप बताएं इस मोर को लाने में कितना खर्च पड़ा।' दरबारी अपनी प्रशंसा सुनकर आगे की चाल के बारे में सोचने लगा।
उसने कहा, 'मुझे इस मोर को खोजने में करीब 25 हजार रुपए खर्च करने पड़े।'
राजा ने 30 हजार रुपए के साथ 5 हजार पुरस्कार राशि की भी घोषणा की। राजा की घोषणा सुनकर एक दरबारी तेनालीराम की तरफ देखकर मुस्कराने लगा।