उन्होंने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि वह एकनाथ शिंदे नीत सरकार का हिस्सा नहीं होंगे, परंतु बाद में उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। फडणवीस के एक करीबी ने बताया कि वह 3 जुलाई को आयोजित होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र से पहले अपने आवास पर बैठक करने में व्यस्त थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या फडणवीस शुक्रवार से हैदराबाद में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे, भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा कि उन्होंने हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व से बात की है और उन्हें यहां की स्थिति से अवगत कराया है। वह हैदराबाद की बैठक में शामिल नहीं होंगे क्योंकि विधानसभा के सत्र में भी उपस्थित होना है।
दरअसल, फडणवीस मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से नाखुश हैं और डिप्टी सीएम का पद भी उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं के दबाव में लिया। अन्यथा फडणवीस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही कह चुके थे वे सरकार का हिस्सा नहीं होंगे। हालांकि शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि फडणवीस ही अगले मुख्यमंत्री होंगे और एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा, लेकिन ऐन वक्त पर मामला उलट गया। शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि फडणवीस उनके डिप्टी बने।