नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। राजस्थान के धौलपुर में पारा 48.5 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं जम्मू में भी मौसम का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। हालांकि असम, केरल आदि कई राज्यों में बारिश को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्थान के 23 शहरों में पारा 44 के पार : राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है जहां 23 शहरों में शनिवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा तापमान धौलपुर में रहा जहां पारा 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तेज गर्मी व लू चलने के कारण आम जनजीवन ठप सा हो गया है और लोग घरों से निकलने से बच रहे हैं।
राज्य के गंगानगर में अधिकतम तापमान 48.3 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 48.2 डिग्री, करौली में 47.9 डिग्री, संगरिया में 47.8 डिग्री, चुरू में 47.5 डिग्री, जैसलमेर और फलोदी में 47.4 डिग्री, अलवर और पिलानी में 47.3 डिग्री, नागौर में 47 डिग्री, सवाई माधोपुर में 46.9 डिग्री, अंता में 46.8 व बूंदी में 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग ने रविवार को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और चूरू जिलों में अति उष्ण हवाएं चलने की चेतावनी (रेड अलर्ट) जारी की है। वहीं झुंझुनू, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और नागौर जिलों के लिए तेज लू चलने का 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है।

भीषण गर्मी की चपेट में दिल्ली : दिल्ली में पड़ रही भीषण गर्मी से शनिवार को पूरे दिन लोग बेहाल रहे और राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। आईएमडी ने कहा कि मुंगेशपुर में अधिकतम पारा 47.2 डिग्री सेल्सियस तो नजफगढ़ में 47 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोनों ही स्थानों पर पारा सामान्य से कम से कम सात डिग्री ज्यादा रहा। विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि शहर में रविवार को और भीषण गर्मी पड़ सकती है तथा इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
असम में भारी बारिश, रेल यातायात प्रभावित : लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग-बदरपुर खंड में कई ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के चलते लुमडिंग मंडल के लुमडिंग-बदरपुर पर्वतीय खंड के अनेक हिस्सों में जलभराव को देखते हुए कई ट्रेन रद्द अथवा आंशिक तौर पर रद्द कर दी गई हैं।

आईएमडी ने कहा कि केरल तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और मछुआरों को 16 मई तक समुद्र की तरफ न जाने की सलाह दी गई है।