सूत्रों ने बताया कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई 'रक्षा खरीद परिषद' (डीएसी) की बैठक में राइफल के संयुक्त उपक्रम के प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई और ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है कि इस समझौते में आने वाली अड़चनों को दूर कर लिया गया है।
करीब 5,000 करोड़ रुपए के इस सौदे के तहत भारत और रूस संयुक्त उपक्रम उत्तरप्रदेश के अमेठी जिले में एक उत्पादन इकाई में 10 साल के भीतर 6 लाख से ज्यादा 'एके 203' राइफलों का निर्माण करेगा। सूत्रों ने बताया कि कीमत सहित विवादास्पद मुद्दों को सुलझा लिया गया है।
दोनों पक्षों ने पिछले साल सिंह की मास्को यात्रा के समझौते को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। संयुक्त उपक्रम द्वारा एके 203 कलाशनिकोव राइफलों के निर्यात की संभावना तलाशने की भी उम्मीद है। मोदी के साथ शिखर वार्ता के लिए पुतिन के 6 दिसंबर को भारत आने की संभावना है।