मेष संक्रांति के स्नान पर विगत के कुंभ मेलों में घटित कुछ अप्रिय घटनाओं के इतिहास एवं कोविड की अभूतपूर्व चुनौतियों को देखते हुए शाही स्नान को सुव्यवस्थित व निर्विघ्न संपन्न कराना एक बड़ी चुनौती माना जा रहा था। इन चुनौतियों के बीच मुख्य शाही स्नान बिना किसी अप्रिय घटना के सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुम्भ मेले के मुख्य शाही स्नान के सकुशल संपन्न होने पर मेले से जुडे़ अधिकारियों, कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों, स्वयंसेवी संस्थाओं सहित सभी जनमानस को बधाई देते हुए हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
सबसे पहले शाही स्नान करने पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के साथ आनंद अखाड़े के संत भी पहुंचे। मेलाधिकारी दीपक रावत और एसएसपी कुम्भ जन्मजेय खंडूरी ने हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचने पर संतो का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
जहां अखाडों से जुडे साधु-संतों ने पूर्ण श्रद्धा के साथ मुख्य स्नान घाट हर की पैड़ी पर अपने इष्ट देवों और अनुयायियों के साथ गंगा में स्नान किया तो वहीं हरिद्वार और ऋषिकेश के विभिन्न गंगा घाटों पर आम श्रद्धालुओं ने नदी में डुबकी लगाई। महाकुंभ मेले की व्यवस्था की स्वयं निगरानी करने वाले प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि शाही स्नान पर्व निर्विघ्न संपन्न हो गया।